
आप भी विजेता कैसे हैं?
जिंदगी में आपका आज जैसा भी हो लेकिन अपने आने वाले कल को बेहतर बनाने की कोशिश हर कोई करता है, यह इच्छा हर किसी के मन में होती है। आज के समय में जीवन के भागमभाग में हर कोई विजेता बनना चाहता है। यह दौड़ अधिकतर लोगों के लिए जीवन की सिर्फ दौड़ ही रह जाती है और वे भागते-भागते जिंदगी से इतना थक जाते हैं कि वह एक इच्छा चाह कर भी न पूरा होने वाला सिर्फ सपना और इच्छा बनकर ही रह जाता है।
मुझे एग्जाम में टॉप करना है!, मैं जीवन में सफल बनना चाहता हूँ!, मैं एक बहुत अच्छा बिजनेस करना चाहता हूँ!, इस तरह के कई इच्छाएं हमारे मन में हकीकत का रूप लेने को तैयार रहती है, और इन्ही इच्छाओं को हम पूरा करके जिंदगी में एक विजेता बनना चाहते हैं। लेकिन आप सब ने ये सोचा है है क्या हम इतनी आसानी से अपने सपनो को पा सकते है? क्या इतनी आसानी से हम अपने सपनो को पूरा कर करते हैं? क्या हम एंटी आसानी से एक विजेता बन सकते हैं?
तो आप बिलकुल सही सोच रहे हैं! आप अपने सपनो को पूरा कर एक विजेता बन सकते हैं। लेकिन किस तरह से??? यदि एक विजेता बनना इतना ही आसान है तो क्यों अधिकतर लोग विजेता नहीं बन पाते? क्यों असफल हो जाते हैं?अपने जीवन मे। ये बात आप अपने आप से खुद पूछिए कि क्या सच में आप सफलता प्राप्त करना चाहते हो???
अगर आपके अंदर से इसका जवाब हाँ है तो शांति से सोचिये कि क्या वजह है कि जिस सफलता को प्राप्त करने हम मेहनत करते हैं, सपने देखते हैं वो पूरा हो नहीं पता है और वो हमसे इतना दूर आखिर क्यों है? इसलिए सोचने की बात यह है कि इतनी कोशिश, इतने मेहनत के बाद भी कमी कहाँ रह जाती है? क्या कमी रह जाती है हमारी कोशिशों में, हमारे मेहनत में जिसके कारण से हम विजेता बनने से जीवन में चूक जाते हैं?
तो क्या सोच रहे हैं आप देर किस बात की? आइये हम इसी विषय में कुछ जानकारी शेयर करते हैं और जानने की कोशिश करते हैं कि एक विजेता बनने के रहस्य क्या हैं? What Is The Secret to Winning? जिन्हे अपने जीवन में लागु कर हममे से हर कोई जीवन में एक विजेता बन सकता है।
जीवन में कैसे बने विजेता? How To Be A Winner In Your Life?
पानी और पत्थर की कहानी
आपने कभी एक पत्थर को दूसरे और उससे मजबूत पत्थर से टकरा कर देखा होगा कि किस तरह के ज्यादा मजबूत पत्थर से टकरा कर कमजोत पत्थर पूरी तरह बिखर जाता है।
एक बार की बात है पानी ने पत्थर को तोड़कर विजेता बनने का निश्चय किया। फिर पानी कुछ ऊंचाई पर जाकर उस पत्थर पर गिरने लगता है ताकि वह पत्थर टूट का बिखर जाये लेकिन पानी देखता है वह खुद ही पत्थर से टकरा कर बिखर गया। ऐसा बिलकुल भी नहीं है कि पानी ने पत्थर को तोड़ने कि कोशिश नहीं की या विजेता बनने की कोशिश नहीं की। पानी ने कोशिश तो पूरी की लेकिन यह पानी का एक छोटा सा ही प्रयास था। और फिर पानी ने अधिक ऊंचाई से गिरना प्रारम्भ किया लेकिन दूसरी बार वो और ही ज्यादा तेजी से चारो ओर बिखर जाता है।
इसी उदहारण को हम अपने ऊपर सोच ले और इंसान को पानी और पत्थर को उसका लक्ष्य माने तो एक इंसान सिर्फ यही छोटा प्रयास करके ही अपने लक्ष्य को प्राप्त करना चाहता है और खुद को बहुत कमजोर मानकर हार भी मान लेता है।
कोशिश करना ना छोड़ें
तो आइये हम अब आगे चलते हैं और जानते हैं आखिर अपना लक्ष्य प्राप्त करने पानी ने क्या कोशिश किया। पानी सोचता हैं कि जितना ऊपर जाकर मैं पत्थर के ऊपर गिर कर इस तोड़ने का प्रयास करता हूँ मई उतनी ही तेजी से बिखर भी जाता हूँ। तब पानी ने और अधिक ऊंचाई से गिरने की मन में ठान लेता है और वह और अधिक ऊपर जाता है। इतने में देखता है कि उसके पहले के दोनों प्रयासों से पत्थर में थोड़ी खरोच आ गयी है, पत्थर का ऊपरी परत हल्की सी उखड गयी है। पानी इसे देख बहुत खुश होता है और मन में सोचता है कि यदि मेरे इस दो छोटे कोशिश में ही पत्थर का परत उखाड़ने लगा है तो जब मैं निरंतर कोशिश करता रहु तो एक समय ऐसा जरूर आएगा जब मेरे गिरने से ये पत्थर टूट जायेगा।
पानी ऊंचाई से गिरने लगता है और फिर पानी का हर बूंद चरों तरह और तेजी से बिखर जाता है। पानी अपने बूंदों को जैसे तैसे समेटता है और फिर उसे ये बात समझ आती है कि ज्यादा ऊंचाई से गिरने से को फायदा नहीं है नहीं तो उसके बूंदों को समेटना ही मुश्किल हो जायेगा।
“दोस्तों हममे से अधिकतर लोग यही गलती करते हैं। लोग अपने क्षमता से ज्यादा और पास में मौजूद संसाधनों का उपयोग करके जीवन में आगे बढ़ना चाहता है। लेकिन वे ये बात नहीं जानते कि इस तरह प्रयास करने के बाद यदि असफलता मिलती है तो खुद को ही संभालना बहुत मुश्किल होगा।“
लक्ष्य के लिए हमेशा अपना सौ प्रतिशत दीजिये
इसलिए आप अपने सफलता की इस कोशिश में अपना 100% दीजिये लेकिन यह भी ध्यान में रखे रहिये कि यदि आप अपने इस कोशिश में सफल नहीं हो पाते तो क्या आप अपने आपको दूसरे प्रयास के काबिल बना पाएंगे? क्या आप दूसरे कोशिश के लिए तैयार हो पाएंगे।
इसी को ध्यान में रखते हुए पानी ने ये निश्चय किया कि वह कोशिश सिर्फ उसी जगह पर गिरने की करेगा जहाँ पर परत थोड़ी उखड़ी हुई है। और पानी एक सीमित ऊंचाई पर जाकर उस पत्थर के उस जगह पर गिरना शुरू करता है जहाँ पर उसकी परत उखड गया था। फिर वह देखता है कि पत्थर के कुछ कण टूटने लगते हैं और इसे देख पानी इतना खुश हो जाता है कि पानी कई दिनों तक अपना कोशिश करना ही छोड़ देता है।
“दोस्तों यहाँ पर भी अधिकतर ये गलती कर देते हैं कि कोशिश तो करते हैं लेकिन उनका ये प्रयास सही दिखा में नहीं होता और इसी वजह से उनका प्रयास ऐसे ही बेकार चला जाता है।“
टालमटोल करने से क्या होता है?
पानी पत्थर के कुछ कण टूटता देख ख़ुशी के मारे कोशिश करना बंद कर देता और लापरवाह भी हो जाता है। फिर एक दिन वह फिर पत्थर के पास जाता है तो देखता है उस परत के ऊपर मिटटी जमी चुकी होती है और मजबूत हो जाये रहता है।
“दोस्तों अधिकतर लोगों के इसी तरह कोशिश करने के कारण ही उनकी जो कोशिश में निरंतरता रहती है वो काम हो जाती है फिर उन्हें शुरू से फिर कोशिश करनी पड़ती है और इसमें लोगों का बहुत समय नष्ट होता है।हमारे अपने इस टालमटोल के आदत के कारण ही हमारा लक्ष्य हमसे बहुत दूर हो जाता है।“
अब पानी को कई दिनों तक उस परत के ऊपर जमी हुई मिटटी को हटाने में लग जाता है। फिर पानी ये निश्चय करता है कि अब वह अपनी टालमटोल की आदत हमेशा के लिए छोड़ देगा और अपने लक्ष्य की ओर 100% कोशिश सही दिशा में करते हुए निरंतर कोशिश करते रहेगा जब तक वह अपना लक्ष्य को प्राप्त न कर ले। पानी ने ऐसा ही किया और फिर उसके हर कोशिश में पत्थर का कण टूटते गया और फिर ऐसे ही करते-करते अपने अंतिम कोशिश में उस पत्थर को तोड़ देता है।
दोस्तों अब सिर्फ इस बात पर ध्यान दीजिये कि जब पानी अपने सही दिशा में निरंतर की गयी कोशिश से अपने से मजबूत और कठोर पत्थर को भी तोड़ देता है, तो हम तो इंसान हैं! हम चाहे तो अपने सही दिशा में कोशिश कर्क कुछ भी प्राप्त कर सकते हैं।
इंसान मजबूत कितना मजबूत है?
ईश्वर ने इंसान को इतना मजबूत बनाया है कि इंसान कितना भी बड़ा और मुश्किल लक्ष्य क्यों ना हो उसे प्राप्त कर सकता है। इंसान को जरूरत है तो बस अपने आप को पहचानने की, अपने जीवन में कुछ आदतों को अपनाने की, निरंतर सही दिशा में अपना 100% देने की।
हमेशा प्रेरणादायक चीजें पढ़ें (Read Inspirational/Motivational Article)
इसके लिए आप कोई भी प्रेरणादायक किताब पढ़ सकते हैं जिसे पढ़ कर आप प्रेरित होंगे अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए, सही दिशा में कोशिश के लिए जो आपको आपके सपने, लक्ष्य तक आसानी से पहुंचा देगी। आप Inspirational/Motivational/Success Story पुस्तक या Internet पर ऐसे ही विचार और लेख पढ़ते हैं तो आपके अंदर एक प्रेरणा जागृत होने लगती है जो आपको आपके लक्ष्य प्राप्ति के मार्ग पर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है आपका आत्मविश्वास बढाती है।
दोस्तों पानी और पत्थर के माध्यम से आपको बताया गया यह जानकारी आपको कैसी लगी इसके लिए आप कमेंट बॉक्स में कमेंट करके या सीधे मेल आईडी में मेल कर्क भी दे सकते हैं। यदि यह लेख आपको अच्छा लगा तो जरूर अपने दोस्तों में शेयर कीजिये ताकि इस लेख को वो पढ़ सके और प्रेरित हो सके।
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