डिप्रेशन: लक्षण, कारण और निवारण | Depression: Symptoms, Causes & Prevention In Hindi

Depression Symptoms And Prevention In Hindi

डिप्रेशन: लक्षण, कारण और निवारण

कुछ वर्षों  पहले की बात है हमारे शहर में कक्षा 10 के छात्र ने तंग आकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। उसके Suicide करने की वजह थी उसका Exam में Fail होने का डर। आये दिन हमारे आस-पास ऐसी कई दुखद घटनाएं होती ही रहती है, और इन सभी घटनाओं की जड़ है Anaxiety, Depression, अवसाद या चिंता।

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Depression में किसी तरह के मदद के लिए 24X7: 1800-599-0019(“KIRAN”)

केंद्र ने सोमवार को केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत द्वारा लोगों को मनोवैज्ञानिक समर्थन प्रदान करने के लिए 24X7 टोल फ्री मानसिक पुनर्वास हेल्पलाइन शुरू की।                                     

Helpline No: 1800-599-0019(“KIRAN”)

आज इस भाग दौड़ की जिंदगी में Depression अब इतनी सामान्य illness हो चुकी है कि इसे “सामान्य जुकाम की मानसिक बीमारी Mental illness of Common Cold” कहना गलत नहीं होगा। आज हम हमारे साइट Nice1-story.xyz पर हम इसी विषय पर विस्तारपूर्वक चर्चा करेंगे। इसके साथ ही हम इसके निवारण से सम्बंधित बातें आप लोगों से शेयर करेंगे। आप लोगों ने देखा ही होगा कि Depression पर Hindi में बहुत कम ही लेख मिलते उपलब्ध हैं इसलिए मुझे पूरी उम्मीद है कि यह लेख कई लोगों के लिए लाभप्रद सिद्ध होगा।

अवसाद क्या है? / What Is Depression?

दोस्तों जीवन में कई बार ऐसा समय आता है जब हम Low Feel करते हैं जो एक सामान्य सी बात है, लेकिन जब यही Low Feeling एहसास बहुत दिनों तक बने रहे या कितनी कोशिशों के बाद भी दूर ना हो तो ये Depression या अवसाद हो सकता है। ऐसे में जिंदगी में अकेलापन और जिंदगी नीरस लगने लगता है। यह वह समय होता है जब आपको ना दोस्त अच्छे लगते हैं और ना ही किसी काम में आपका मन लगता है। जिंदगी एकदम निराशाजनक हो जाती है और जीवन में सकारात्मकता ख़त्म हो जाती है, आपको Positive बातें भी Negative लगने लगती है।

दोस्तों अगर आपके साथ ऐसा कुछ भी होता है या हो रहा है या हो सकता है ऐसा आपको लग रहा है तो आपको बिलकुल भी घबराने की जरूरत नहीं है। इस समय आपको जरूरत है सिर्फ डिप्रेशन के Symptoms और इसके Causes को जानने और समझने की और फिर इसका बेहतर इलाज करने की।

हम सभी जानते हैं कि हम सभी के जीवन में परेशानियां,उतार-चढ़ाव आते ही रहते हैं, कभी जीवन में सफल होने पर हम बहुत खुश होते हैं तो कभी असफलता हाथ लगने से हम बहुत दुखी हो जाते हैं। और ऐसे ही कई बार लोग इसी प्रकार छोटे-मोठे दुःख और परेशानी को Depression की संज्ञा दे देते हैं, जो कि एकदम गलत है। Depression सामान्य दुःख से बहुत ही अलग होता है, आइये इसकी परिभाषा समझते हैं –

According to American Psychiatric Association “Depression is a common  and serious medical illness that negatively affects how you feel, the way you think and how you act. Depression causes feelings of sadness and/or a loss of interest in activities you once enjoyed. It can lead to a variety of emotional and physical problems problems and can decrease your ability to function as word and at home.”

अमेरिकन साइकियाट्रिक एसोसिएशन के अनुसार “अवसाद एक सामान्य और गंभीर चिकित्सा बीमारी है जो नकारात्मक रूप से आपको कैसा महसूस करती है, आपके सोचने के तरीके और कार्य करने के तरीके को नकारात्मक रूप से प्रभावित करती है। उदासी और / या आपके द्वारा एक बार की गई गतिविधियों में रुचि की कमी के कारण उदासी की भावनाएं पैदा होती हैं यह विभिन्न प्रकार की भावनात्मक और शारीरिक समस्याओं को जन्म दे सकता है और शब्द और घर पर कार्य करने की आपकी क्षमता को कम कर सकता है।“

अवसाद के लक्षण क्या है? / Depression  Symptoms In Hindi

अगर आपको लगे कि नीचे दिए गए लक्षणों में से एक या इससे अधिक लक्षण आपके साथ Match कर रहा है तो आपके Depression में आने की संभावना है

  • आपको यदि नींद नहीं आती या तो बहुत अधिक नींद आती है।
  • आप अपने काम में ध्यान केंद्रित नहीं कर पाते और जो भी कार्य है जिसे आप बड़े ही आसानी से कर उसे भी करने में हमे कठिनाइयां होने लगती हैं।
  • इसमें आप पूरी तरह से Negative Thinking बन जाते हैं और सकारात्मक बातों में भी Negative सोचने लगते हैं।
  • आपको या तो बहुत भूख लगती है या भूख बिलकुल नहीं लगती।
  • आप हर समय मजबूर और निराशाजनक महसूस करने लगते है।
  • आप थोड़े-थोड़े बात में ही चिड़चिड़ा और आक्रामक होने लगते हैं।
  • आप अपनी ऊर्जा खोने लगते हैं और जल्दी ही थकन महसूस करने लगते हैं।
  • किसी भी चीज से आपका मन जल्दी भी ऊबने लगता है और लगाव काम होता जाता है।
  • आपके मन में ये लगने लगता है कि आपकी जिंदगी जीने लायक ही नहीं है और इस तरह से इंसान यहाँ तक सोचने लग जाता है की Suicide कर ले। (अगर आपको ऐसा थोड़ा सा भी लगता है तो तुरंत इसका इलाज करवाएं)

Depression and Thinking For Suicide In Hindi

जब इन्सान बहुत ज्यादा अवसाद में चला जाता है तो उसके मन में कई उलटे-सीधे विचार आने लग जाते हैं, और इसी में एक विचार है आत्महत्या करने तक का। इस स्थिति में इंसान खुद को इतना Helpless  और Hopeless माजसूस करने लगता है कि उसे अपने परेशानियों, तकलीफों, अकेलापन और समस्याओं का समाधान या हल सिर्फ Life End करने में ही नजर आने लगता है।

यदि आपके आस-पास या घर में ही क्यों ना हो आत्महत्या करने जैसी बातें कर रहा है तो निश्चित ही वो अवसाद (Depression) से पूरी तरह ग्रसित है और वो आपको सिर्फ अपनी ही बात नहीं बता रहा बल्कि वो आपसे मदद के लिए भी कह रहा है। तो इस स्थिति में आपको उसकी मदद जरूर करनी चाहिए और यदि आप स्वयं ही ऐसा कुछ कदम उठाने के सोच रहे हैं या उठा रहे हैं तो बिना विलम्ब किये हुए आपको किसी विशेषज्ञ की मदद लेनी चाहिए।

अवसाद से ग्रसित किसी इंसान की आत्महत्या जैसे कदम के लिए चेतावनी हो सकती है यदि:

  • अचानक ही सबको Goodbye करने के लिए मिलने लगे या फ़ोन करे।
  • अपने जीवन ख़त्म करने के बारे में बार-बार बात दोहराते रहे।
  • वो यदि ऐसी भावनाएं व्यक्त करता है जिससे व्यक्ति बहुत ही Hopeless, Helpless और Confused दिखने लगे।
  • बिना किसी कारण या वजह के अपने संपत्ति या दूसरी कोई कीमती चीजें और को देने लगे या नाम करने लगे।
  • असामान्य व्यवहार करना जैसे अचानक Red Light Jump कर जाना।
  • अचानक से एकदम से खुश हो जाना फिर थोड़ी देर में फिर से Depressed हो जाना।

यदि आपको कभी भी कुछ ऐसा लगता है कि आपका कोई Relative या Friend ऐसा कुछ करने की सोच रहा है या बार-बार बात करता है तो बिना देरी किये उसे तुरंत Professional Expert Help दिलाइये। Thinking और Feeling of Suicidal thought के बारे में खुले तौर से बात करना आपके फ्रेंड या रिलेटिव या किसी भी की जान बचा सकता है।

अवसाद अलग-अलग आयुवर्ग अलग-अलग तरह से होता है। इसके बारे में जागरूकता समस्या को समझने और उसका समाधान या निवारण में बहुत मदद करता है।

किशोरों में अवसाद:

आज के समय में हमारे युवा-किशोर भी इस समस्या से अछूते नहीं हैं, युवाओ-किशोरों में ज्यादा चिड़चिड़ापन अवसाद जैसे समस्या का सबसे प्रमुख और बड़ा लक्षण है। माता-पिता द्वारा अपने बच्चों पर डाला गया पढाई का अत्यधिक दबाव और दूसरों से तुलना Comparison भी उनमे अवसाद के प्रमुख कारण हैं। ऐसे किशोर अचानक ही किसी पर भी गुस्सा करने लगते है क्रोधित हो जाते हैं, किसी के साथ अचानक ही बुरा व्यावहार करने लग जाते हैं।

यदि इस समय इन किशोरों का समय पर और उचित इलाज न किये जाये तो घर के साथ-साथ पढाई के लिए स्कूल जाते हैं वहां भी उन्हें बहुत समस्या का सामना करना पढ़ सकता है। और इस तरह किशोर दूसरे अन्य गलता कार्य करने भी लग जाते हैं जैसे नशा करना, ड्रग्स लेना और खुद से अपनी जीवन लीला समाप्त करने जैसे कदम शामिल हैं, लेकिन आपको इससे डरने या खुद ही अवसाद ग्रस्त होने की कोई भी आवश्यकता नहीं है क्यूंकि इसमें सही मदद मिलने पर इसका बहुत ही तेजी से और अच्छा इलाज संभव है।

पुरुषों में Depression:

अवसाद पुरुषों में महिलाओं की अपक्षा कम ही रहती है। पुरुष अधिक काम की वजह से थके हुए, नींद ना आने की समस्या, चिड़चिड़ा होना, काम में मन न लगने जैसे शिकायतों से ज्यादा ग्रसित होते हैं। पुरुषों में अवसाद के कुछ और लक्षण होते हैं जैसे आक्रामक होना, गुस्सा करना, लापरवाह होना, हिंसा करना और अधिक शराब का सेवन करना।

महिलाओं में Depression:

महिलाओं में पुरुषों के तुलना में अवसाद से ग्रस्त होने के Chances Double होता है। इसके कुछ कारण हैं महिलाओं में होने Harmones से संबंधित है। यह मुख्या रूप से Premenstrual Syndrome (माहवारी पूर्व), postpartum depression, Premenstrual Dysphoric Disorder, और perimenopausal depression. महिलाओं में Depression के कुछ और लक्षण जैसे वजन बढ़ने, ज्यादा सोने, अपराध-बोध होने, निराश होने और ज्यादा खाने के रूप में भी नजर आते हैं।

बुजुर्गों में अवसाद:

आज के समय में बुजुर्गों के साथ आने वाली परेशानियां भी कम नहीं है, उन्हें अपने Life Partner से वियोग, स्वास्थ्य समस्या, हर कार्य के लिए दूसरों पर निर्भरता जैसे चीजें उन्हें बहुत ज्यादा अवसादग्रसित करने के लिए काफी है। जैसे की आप सभी जानते हैं बुढ़ापे में अवसाद ग्रस्त होना कोई आम बात नहीं है, क्यूंकि ऐसे बुजुर्ग मानसिक समस्या से ज्यादा Physical Problem से ज्यादा परेशान होते हैं। उनके तबियत ख़राब होने के बार-बार कहने या बताना ही उनके अवसाद में होने के सबसे बड़ा सूचक है।

अवसाद के कारण / Causes Of Depression In Hindi

कुछ बिमारियों के एक निश्चित या सटीक कारण होने हैं जिनकी वजह से उन बिमारियों का इलाज आसानी से किया जा सकता है जैसे अगर आपको पथरी की समस्या है तो उसके लिए सर्जरी करा सकते हैं, अगर आपको न्यूमोनिया है तो उसके लिए दवाई और एक प्रॉपर इलाज है, अगर आपको शुगर है तो उसके लिए इन्सुलिन ले कर इलाज कर सकते हैं लेकिन अवसाद Depression इन सभी बीमारिओयों से ज्यादा खतरनाक और जटिल बीमारी है।

इस बीमारी का कोई एक निश्चित कारण नहीं होता और यह हमारे मष्तिष्क में हो रहे रासायनिक अस्थिरता की वजह से नहीं बल्कि किसी भी सामाजिक, जैविक और मनोवैज्ञानिक कारणों से हो सकता हैं। या फिर इस यूँ समझ सकते हैं कि अपनी लाइफस्टाइल , रिलेशन्स, समाज, घर या आसपास के समस्याओं के को सुलझाते हैंडल करते हुए इन्ही कारणों से भी हो जाता है। लेकिन हमारे आसपास कई ऐसे Factors हैं जो अवसाद होने के संभावना को कई गुना बढ़ा भी देते हैं:

  • घर में या आसपास Social Support की कमी
  • तनावपूर्ण अनुभव या वातावरण
  • वैवाहिक या अन्य रिश्तों में खटास
  • अकेलापन Loneliness
  • बेरोजगारी Unemployment
  • Finance से सम्बंधित समस्या
  • काम का दबाव Work Load
  • बुरी आदत शराब या नशा करना Bad Habits

यूँ तो Depression का सही कारण तो समझना थोड़ा मुश्किल है लेकिन सही कारण समझ आ जाये तो उसका इलाज भी अच्छा और आसान बना देता है। जैसे अगर कोई अकेलेपन की समस्या से ग्रसित है तो दोस्तों या घर-परिवार वालों के साथ समय बिताना या कोई और Good Hobby Pursue करना ज्यादा लाभप्रद हो सकता है। या कोई बेरोजगारी की समस्या से परेशान है तो उसे Depression Prevention Medicine की जगह कोई अन्य अच्छी नौकरी कहीं ज्यादा फायदेमंद शाबित हो सकता है। इसी प्रकार परिस्थितियां बदलने मात्र से ही अवसाद से पूरी तरह से निजात मिल सकता है।

Depression से कैसे जीतें / How to Overcome from Depression in Hindi

जिस तरह से किशोरों, पुरुषों, महिलाओं और बुजुर्गों में Depression के लक्षण और कारण अलग-अलग होते हैं उसी प्रकार इससे Overcome के उपाय भी अलग-अलग होते हैं। यदि एक उपाय किसी के लिए काम कर रहा है तो या जरुरी नहीं है कि वह उपाय दूसरे के लिए भी काम करेगा इसलिए अधिकतर Cases में यह देखने को मिलता है कि इसके इलाज या इससे निकलने के लिए कोई एक उपाय/विधि पर्याप्त नहीं होती।

अगर आपके घर में या आसपास या रिश्तेदारों में अवसाद के लक्षण दिखाई देते हैं हैं तो सबसे पहले उसके इलाज के उपाय को जानने के लिए कुछ समय लीजिये। लेकिन यह भी सच है कि अधिकतर Cases में Lifestyle change, Emotional Skill Building, Social & moral Support And Professional Help में इन सभी का मिश्रित उपाय ही सबसे बढ़िया इलाज के उपाय होते हैं।

जीवनशैली सुधारिये / Improve Lifestyle:

आप अपनी या दूसरों के जीवनशैली में इन उपायों से सुधार कर सकते हैं:

  • रोज योग करिये

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  • रिश्तों में सुधार ला कर
  • पौष्टिक से भरपूर भोजन कर
  • नकारात्मक सोच बदल कर
  • हर समय कुछ न कुछ करके अपने आपको व्यस्त रखें।

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भावनात्मक कौशल / Build Emotional Skills:

अकसर यह देखा जाता है कि जो लोग अवसाद से ग्रस्त हैं वो तनाव को अच्छे से Deal नहीं कर पाते हैं वो भावुक  Emotional हो जाते हैं। Emotional Skill Building आपको किसी भी विपरीत परिस्थितियों में अपना Balance बनाये रखने में मदद करती है।

मदद लीजिये / Get Help:

अगर आपको या आपके आसपास लोगों या रिश्तेदारों में किसी को लगता है कि आप या कोई पहले से ही Depressed है तो एक बात को छिपाइए नहीं और ना ही इसको लेकर को हीनभावना महसूस कीजिये, Depression एक बहुत ही कॉमन illness है और इसका पूरी तरह से इलाज किया जा सकता है। इसको छिपाना इसे ही बढ़ावा देना जैसे है। इसलिए सबसे अच्छा है कि इसके बारे में अपने घर-परिवार या जिससे भी को चर्चा जरूर कीजिये और अपने मित्रों से भी सलाह लीजिये और अगर आपको फिर भी कोई नहीं मिलता तो आप सीधे किसी भी Psychologist से भी मिल कर इस पर बात कर सकते हैं।

विशेषज्ञ से मदद लीजिये / Get Help from a Specialist:

अगर इन सब चीजों को करने के बाद भी कोई बात न बने तो आप किसी अच्छे Mental Health Specialist से मदद ले सकते हैं। अवसाद के समस्या के निवारण के लिए बहुत से प्रभावकारी उपाय जैसे कि थेरेपी, दवाई हैं और इनमे से कौन से तरीका आप पर उपयोग करना है ये आपके अवसाद के कारणों Cause Of Depression पर निर्भर Depend करता है।

ध्यान देने योग्य बातें / Keep In Mind

यहाँ पर कुछ ध्यान योग्य बातें को बताया जा रहा है जो छोटी है लेकिन इन्हे अपने लाइफ में लेकर आप पूरी तरह तो नहीं लेकिन बहुत हद तक आप Depression से दूर रह सकते हैं:-

  • अच्छी चीजें पढ़े जो आपके अंदर Positivity लाये।
  • डिप्रेशन शब्द को बार-बार प्रयोग मत कीजिये।
  • समस्या कर किसी के जीवन में आती रहती है और हर समस्या को डिप्रेशन का नाम देना सही नहीं है क्यूंकि ऐसा करने से आपके दिमाग में यह बात बैठ जाएगी और आपके डिप्रेशन में होने के संभावनाएं बढ़ जायेंगे।
  • नकारात्मक सोच रखने वालों से दूर ही रहिये।

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यदि कोई दूसरा व्यक्ति Problem में है तो क्या करें? / What to do if someone is in problem?

  • यदि आप किसी ऐसे व्यक्ति के बारे में जानते हैं जो डिप्रेशन के वजह से कोई भी गलत कदम उठा सकता है या उठाने के बारे में सोच रहा हो या उठाने जा रहा हो तो:
  • उस व्यक्ति को किसी भी स्थिति में अकेला ना छोड़ें।
  • तुरंत ही उनके घरवालों को इसके बारे में आगाह करें, परिवार के तरफ से मिली थोड़ी सहानुभूति उसकी जान बचा सकती है।
  • उसे तुरंत Helpline Number पर बात कराएं, या करने के लिए Approach करें। इस नम्बर पर निःशुल्क Counselling की सुविधा उपलब्ध रहती है।

  24×7 helpline : 1800-599-0019 (“KIRAN”) by Union Ministry

  24×7 helpline : 022-27546669 by Aasra Help Fondation

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