
अबुल पाकिर जैनुलअब्दीन अब्दुल कलाम का जन्म 15 जुलाई 1931 में धनुषकोडी गाँव (रामेश्वरम, तमिलनाडु) में एक मध्यमवर्ग मुस्लिम अंसार परिवार में जन्म हुआ।इनके पिता जैनुलाब्दीन न तो ज़्यादा पढ़े-लिखे थे, न ही पैसे वाले थे।इनके पिता मछुआरों को नाव किराये पर दिया करते थे। अब्दुल कलाम संयुक्त परिवार में रहते थे। इन्हे मिसाइल मैन और जनता के राष्ट्रपति के नाम से जाना जाता है, भारतीय गणतंत्र के ग्यारहवें निर्वाचित राष्ट्रपति थे।वे भारत के पूर्व राष्ट्रपति, जानेमाने वैज्ञानिक और अभियंता (इंजीनियर) के रूप में विख्यात थे। उन्होंने सिखाया जीवन में चाहें जैसे भी परिस्थिति क्यों न हो पर जब आप अपने सपने को पूरा करने की ठान लेते हैं तो उन्हें पूरा करके ही रहते हैं।
इन्होंने मुख्य रूप से एक वैज्ञानिक और विज्ञान के व्यवस्थापक के रूप में चार दशकों तक रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) संभाला व भारत के नागरिक अंतरिक्ष कार्यक्रम और सैन्य मिसाइल के विकास के प्रयासों में भी शामिल रहे। इन्हें बैलेस्टिक मिसाइल और प्रक्षेपण यान प्रौद्योगिकी के विकास के कार्यों के लिए ही उन्हें “मिसाइल मैन” कहा जाता है। इन्होंने 1974 में भारत द्वारा पहले मूल परमाणु परीक्षण के बाद से दूसरी बार उनकी देखरेख में भारत ने 1998 में पोखरण में अपना दूसरा सफल परमाणु परीक्षण किया और परमाणु शक्ति से संपन्न राष्ट्रों की सूची में शामिल हुआ।
- “सपने वो नहीँ जो हम सोते हुये देखते है, सपने वो है जो हमे सोने नहीँ देते”|
- “महान सपने देखने वालों के महान सपने हमेशा पूरे होते हैं”|
- “शिखर तक पहुँचने के लिए ताकत चाहिए होती है, चाहे वो माउन्ट एवरेस्ट का शिखर हो या आपका पेशा।”
- “क्या हम यह नहीं जानते कि आत्म सम्मान आत्म निर्भरता के साथ आता है ?”
- “कृत्रिम सुख की बजाये ठोस उपलब्धियों के पीछे समर्पित रहिये।”
- “अंग्रेजी आवश्यक है क्योंकि वर्तमान में विज्ञान के मूल काम अंग्रेजी में हैं. मेरा विश्वास है कि अगले दो दशक में विज्ञान के मूल काम हमारी भाषाओँ में आने शुरू हो जायेंगे, तब हम जापानियों की तरह आगे बढ़ सकेंगे।”
- “भगवान ने हमारे मष्तिष्क और व्यक्तित्व में असीमित शक्तियां और क्षमताएं दी हैं। इश्वर की प्रार्थना हमें इन शक्तियों को विकसित करने में मदद करती है।”
- “मैं हमेशा इस बात को स्वीकार करने के लिए तैयार था कि मैं कुछ चीजें नहीं बदल सकता।”
- “महान सपने देखने वालों के महान सपने हमेशा पूरे होते हैं।”
- “अगर किसी देश को भ्रष्टाचार मुक्त और सुन्दर मन वाले लोगों का देश बनाना है तो, मेरा दृढ़तापूर्वक मानना है कि समाज के तीन प्रमुख सदस्य ये कर सकते हैं: पिता, माता और गुरु।”
- “यदि हम स्वतंत्र नहीं हैं तो कोई भी हमारा आदर नहीं करेगा।”
- “भारत में हम बस मौत, बीमारी, आतंकवाद और अपराध के बारे में पढ़ते हैं।”
- “आइये हम अपने आज का बलिदान कर दें ताकि हमारे बच्चों का कल बेहतर हो सके।”
- “आकाश की तरफ देखिये, हम अकेले नहीं हैं, सारा ब्रह्माण्ड हमारे लिए अनुकूल है और जो सपने देखते हैं और मेहनत करते हैं उन्हें प्रतिफल देने की साजिश करता है।”
- “इंसान को कठिनाइयों की आवश्यकता होती है, क्योंकि सफलता का आनंद उठाने कि लिए ये ज़रूरी हैं।”
- “किसी भी धर्म में किसी धर्म को बनाए रखने और बढाने के लिए दूसरों को मारना नहीं बताया गया।”
- “मुझे बताइए, यहाँ(भारत) का मीडिया इतना नकारात्मक क्यों है? भारत में हम अपनी अच्छाइयों, अपनी उपलब्धियों को दर्शाने में इतना शर्मिंदा क्यों होते हैं? हम एक महान राष्ट्र हैं, हमारे पास ढेरों सफलता की गाथाएँ हैं, लेकिन हम उन्हें नहीं स्वीकारते। क्यों?”
- “अपने मिशन में कामयाब होने के लिए, आपको अपने लक्ष्य के प्रति एकचित्त निष्ठावान होना पड़ेगा।”
- “इससे पहले कि सपने सच हों आपको सपने देखने होंगे।””इंतज़ार करने वालो को सिर्फ
- उतना ही मिलता है, जितना कोशिश करने वाले छोड़ देते है।”
- “एक अच्छी पुस्तक हज़ार दोस्तों के बराबर होती है जबकि एक अच्छा दोस्त एक लाइब्रेरी (पुस्तकालय) के बराबर होता है”|
- “जीवन में कठिनाइयाँ हमे बर्बाद करने नहीं आती है, बल्कि यह हमारी छुपी हुई सामर्थ्य और शक्तियों को बाहर निकलने में हमारी मदद करती है, कठिनाइयों को यह जान लेने दो की आप उससे भी ज्यादा कठिन हो।
- आत्मविश्वास और कड़ी मेहनत, असफलता नामक बिमारी को मारने के लिए सबसे बढ़िया दवाई है। ये आपको एक सफल व्यक्ति बनाती है।”
- “देश का सबसे अच्छा दिमाग, क्लास रूम की आखरी बेंचो पर मिल सकता है।”
- “आप अपना भविष्य नहीं बदल सकते पर आप अपनी आदते बदल सकते है और निश्चित रूप से आपकी आदते आपका भविष्य बदल देगी।“
- “आप अपने जॉब से प्यार करें, अपनी कम्पनी से नहीं, क्योकि आप नहीं जानते की कब आपकी कम्पनी आपको प्यार करना बंद कर दे।”
- “अपनी पहली सफलता के बाद विश्राम मत करो क्योकि अगर आप दूसरी बार में असफल हो गए तो बहुत से होंठ यह कहने के इंतज़ार में होंगे की आपकी पहली सफलता केवल एक तुक्का थी।”
- “किसकी को हराना बहुत आसान है लेकिन किसी को जीतना बहुत आसान है।”
- “यदि आप अपनी ड्यूटी को सैल्यूट करोगे तो आपको किसी भी व्यक्ति को सैल्यूट करने की जरूरत नहीं पड़ेगी लेकिन यदि आप अपनी ड्यूटी को पोल्यूट करेंगे तो आपको हर किसी को सैल्यूट करना पडेगा।”
- “जब हमारे हस्ताक्षर, ऑटोग्राफ में बदल जाए तो यह सफलता की निशानी है।”
कलाम जी जब डी.आर.डी.ओ. में थे तो कई दिनों तक वो काम करते रहते थे उनके इसी देशभक्ति,कर्तव्य निष्ठा और कर्मठता की वजह से ही आज भारत मिसाइल प्रौद्योकी में आज विश्व में लोहा ले रहा हैं और 1998 का पोखरण परमाणु परिक्षण याद होगा आप सभी को जब भारत ने अमेरिका जैसे विकसित देश के पोखरण पे उपग्रह लगा रखे होने, ताकि भारत परिक्षण न कर पाए तब भी ये कलाम जी के सूझ-बुझ का ही कमाल था कि अमेरिका को परिक्षण का पता तक नहीं चला और भारत परमाणु क्षमता संपन्न देश बन गया| इसके बाद भारत कि कड़ी आलोचना सभी देशों ने की|एकमात्र इजरायल ही ऐसा देश था, जिसने भारत के इस परीक्षण का समर्थन किया।