जादुई चक्की की कहानी | Panchtantra Story – The Magical Mill Story In Hindi

दोस्तों आज के आधुनिक समय में जहाँ तकनीक का बोलबाला है, जहाँ माता-पिता का लगाओ अपने बच्चों पर से कम हो रहा है, और साथ ही साथ नैतिक मूल्यों (Moral Values) की कमी हो रही है। यही वजह है कि आज के समय के बच्चों को इसकी जानकारी नहीं होती जो उनके बुरे वक़्त में काम आ सकते हैं जिनकी उन्हें सबसे ज्यादा जरूरत होती है। जैसे – पंचतंत्र की कहानियां हैं और ऐसे ही नैतिक कहानियां Moral Stories हैं जो बच्चों को अलग-अलग समय में अलग-अलग लोगों में भेद करना सिखाती है कि कौन किस प्रकार का है और किस्से हानि हो सकती है। इन सब कहानियों के माध्यम से आपके बच्चों में समझ और बॉन्डिंग मजबूत होती है और बहुत सारी अच्छी बातें भी पता चलती है।

तो दोस्तों उसी कड़ी में हम आपके लिए एक और कहानी “जादुई चक्की की कहानी The Magical Mill Story” लेकर आएं हैं जिसके माध्यम से आपके बच्चों में Moral Values की समझ तो आएगी ही साथ में कुछ न कुछ सिख जरूर मिलेगी और इसे अपने बच्चों में सुनाकर आप उनका मनोरंजन भी कर सकते हैं।

प्राचीन समय की बात है एक गांव में दो भाई रहते थे, बड़ा भाई बहुत अमीर था लेकिन छोटा भाई बहुत ही गरीब। जब दीपावली में पूरा का पूरा गांव ख़ुशी से त्यौहार मना रहा था तो छोटा भाई दुखी होकर अपने छोटे से घर में निराश होकर सोचते रहता था क्यूंकि उसके पास उसके परिवार को खिलाने के लिए भी कुछ नहीं था।

अपने परिवार के बारे में सोच कर वह अपने बड़े भाई से कुछ मदद मांगने गया तो उसके बड़े भाई और भाभी ने उसे बुरा भला सुनकर दुत्कार कर भगा दिया। वह दुखी मन से सोचते हुए वापस आ रहा था कि अब वह अपने परिवार को क्या जवाब देगा।

तभी रास्ते में उसे एक बूढ़ा आदमी मिला, उस बूढ़े आदमी में उससे पूछा तुम इतने निराश और दुखी क्यों हो, आज तो दीपावली है खुशियों का त्यौहार है तुम्हे तो खुश होकर त्यौहार मनाना चाहिए। बूढ़े आदमी में ये सब बोलने पर उसने अपनी साडी व्यथा उस बूढ़े आदमी को सुनाई।

बूढ़े आदमी ने उससे कहा बेटा तुम मेरी एक छोटी सी मदद कर दोगे क्या? ये लकड़ियों का ढेर अगर तुम मेरे घर तक पहुंचा दोगे तो मई तुम्हारी कुछ मदद कर सकता हूँ और तुम्हे अमीर आदमी बना सकता हूँ। छोटा भाई बहुत ही अच्छा आदमी था उस बूढ़े आदमी कि मदद करने तुरंत तैयार हो गया। छोटे भाई ने उस लकड़ियों के ढेर को उस बूढ़े आदमी के घर तक पहुंचा दिया।

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इस पर उस बूढ़े आदमी ने छोटे भाई का धन्यवाद किया और उसे एक मालपुआ देकर कहा कि इसे लेकर जंगल में जाओ, जब तुम जंगल के बीच में पहुँच जाओगे तो वहां तुम्हे तीन बहुत ही अजीब से पेड़ दिखेंगे जिसके बगल में एक बड़ा सा चट्टान है। जैसे ही तुम उस चट्टानें के पास जाओगे तुम्हे उसके पास ही एक गुफा नजर आएगी, उसके बाद तुम्हे उस गुफा में जाना होगा।

वहां अंदर जाने के बाद गुफा में तुम्हे तीन बौने मिलेंगे, तुम ये मालपुआ उन्हें दे देना। ये मालपुआ उन्हें बहुत ही ज्यादा पसंद है और इस मालपुआ के लिए वे कोई भी कीमत चुकाने के लिए तैयार रहते हैं। पर ये बात तुम्हे याद रहे उनसे तुम सीधे धन मत मांगना, तुम कहना कि मुझे पत्थर कि चक्की ही दे दो।

छोटे भाई ने गुफा अंदर जाने के बाद ठीक वैसे ही किया जैसा उस बूढ़े आदमी ने उससे कहा था। जब छोटा भाई उस लेकर जाने लगा तो एक बौने ने कहा यह कोई मामूली चक्की नहीं है, और इसे चलाने के बाद तुम जो भी मांगोगे वो तुम्हे मिल जायेगा। और इच्छा पूरी हो जाने के बाद तुम इस पर लाल कपडा दाल देना, इसके बाद इसमें से सामान निकलना बंद हो जायेगा।

छोटा भाई घर पहुँचता है, फिर वह मन में सोचने लगा क्या उस बौने ने जो कहा वो सच है? और इस बात को आजमाने के लिए वह चक्की से कुछ मांगने की सोचता है। सबसे पहले वह चावल मांगता है उसके बाद दाल, जैसे जैसे वह मांगता गया उसके सामने उन सब चीजों का ढेर लग गया।

इस तरह उसे बौने की बातों पर पूरा यकीन हो गया।इसके बाद उसने उस चक्की को लाल कपडे से ढँक दिया जैसा की उस बौने ने कहा था कि लाल कपडे से ढंकने पर सामान निकलना बंद हो जायेगा। छोटे भाई के परिवार ने उसके बाद भर पेट खाना खाया और सब ख़ुशी-ख़ुशी सो गए।

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दूसरे दिन चक्की से निकले हुए बचे सामान को लेकर बाजार गया और उसे बेच आया। इसी तरह दिन बीतने लगा, उसे जितनी आवश्यकता है उतनी चक्की से मांग लेता और बचा हुआ सामान बाजार में बेच आता। वह कभी चावल, कभी घी, कभी नमक कभी मसाले अपने जरूरत के हिसाब से मांगता और बचा हुआ सामान बाजार में बेचते जाता, इस तरह धीरे-धीरे वह अमीर हो गया।

इस तरह दिन बीतते गया और जब उसके बड़े भाई को यह बात चली तो यह देख कर उसे बहुत जलन हुई, बड़े भाई यह सोचने लगा कि यह इतना अमीर कैसे हो गया। इसके बाद उसने यह बात पता लगाने की ठान लिया कि उसका छोटा भाई अमीर कैसे हुआ ? इसी उद्देश्य से वह एक रात चोरी छिपे अपने छोटे भाई के यहाँ गया और उसके घर में कहीं छिप कर देखने लगा।

रात में जब छोटा भाई चक्की से सामन मांगने लगा तो बड़े भाई ने सब देख लिया कि चक्की से जो भी चीज माँगा जाये वह उससे निकल कर सामने आ जाता है। यह देखने के बाद बड़ा भाई वापस अपने घर चला जाता है मन ही मन प्रसन्न होकर सोचने लगता है कि अगर वह चक्की उसे मिल जाये तो कितना अच्छा होगा और यही सोचते सोचते वह सो जाता है।

दूसरे दिन जब छोटा भाई सामान बेचने के लिए बाजार जाता है तो बड़ा भाई उसके घर जाकर चालाकी से घुस कर वह चक्की अपने घर चुरा लता है। चक्की मिलने के बाद वह घर आकर सोचता है, अगर मैं इस गांव में रहा तो छोटे भाई और गांव वालों को पता चल जायेगा इसलिए जब उसके हाथ में खजाना लग गया है तो वह यह गांव छोड़ दूसरे गांव में जाकर बस जायेगा। उसके बाद वह अपने पूरे परिवार के साथ गांव छोड़ कर दूसरे गांव जाने लगते हैं।

जब वे सब नाव में सवार होकर जाते रहते हैं तभी उसकी पत्नी ने उससे पूछा कि इस तरह गांव छोड़ने का मन क्यों बनाया? तब बड़े भाई ने अपनी पत्नी को साडी बातें बताई कि कैसे उसका छोटा भाई इतना अमीर हो गया और फिर उसने नाव में ही अपनी पत्नी को दिखाने के लिए चक्की को सामने रखकर नमक माँगा, जैसे ही उसने चक्की से नमक कि मांग की नमक निकलना शुरू हो गया और नमक लगता निकलता ही रहा चूँकि जब वह छोटे भाई के यहाँ देखने गया था तो सामान निकालने का तरीका देखा था लेकिन उसे बंद करने का तरीका जल्दी-जल्दी में नहीं देखा और अपने घर चला गया था, इसलिए वह नमक का निकलना बंद नहीं कर सका और नाव नमक के बोझ के कारण नदी में ही डूबने लगा और उसका पूरा परिवार डूब गया।

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सीख :- दोस्तों इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि जीवन में हमें किसी भी चीज का लालच नहीं करना चाहिए और अधूरा ज्ञान हमेशा खतरनाक होता है, जैसा कि आपने पढ़ा होगा बड़े भाई ने सामान निकलते देखा था लेकिन जल्दीबाजी में उसने उसे बंद करने का तरीका नहीं देखा और इस तरह यही अधूरा ज्ञान उसके और साथ में उसके परिवार के पतन का कारण बना। बड़े भाई के पास बहुत पैसा था लेकिन उसके बाद वह अपने छोटे भाई के पैसो और उस चक्की के लालच में आकर अपना सब कुछ गवाँ बैठा। इसलिए जो शिक्षा हमे इस कहानी से मिलती है, उसे हमें पूरा जीवन में पालन करना चाहिए ताकि बड़े भाई जैसे हमारा पतन ना हो।

दोस्तों हमें उम्मीद है पंडित विष्णु शर्मा जी की यह नैतिक कहानी “जादुई चक्की की कहानी” आपको जरूर पसंद आयी होगी, अगर यह “Panchtantra Story – The Magical Mill In Hindi” कहानी आपको पसंद आयी तो आप जरूर कमेंट करिये और किसी तरह का इस साइट और लेख को बेहतर बनाने के लिए विचार हो तो मेल करके या कमेंट करके बता सकते हैं। आपके कमेंट्स और मेल या किसी तरह के Suggestions से हमें और अच्छा लिखने के लिए Motivation मिलता है। धन्यवाद

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